Rumored Buzz on अनिद्रा से हैं परेशान तो अपनाएं यह उपाय

Wiki Article



अनिद्रा (नींद न आना) के उपचार के लिए, अंतर्निहित कारण का इलाज करना महत्वपूर्ण है। यह जीवन की घटनाओं, तनाव और बुरी आदतों के कारण हो सकता है जो आपके सोने के पैटर्न को प्रभावित करते हैं। हालांकि, अनिद्रा के कुछ अन्य कारणों में शामिल हैं:

फिर कभी घर में नजर नही आएगी एक भी छिपकली, जानें उन्हें भगाने के ये रामबाण तरीका

#५ जो दवाइयों आवश्यक हों (डेबिटिक्स, रक्तचाप इत्यादि की हालत में) उन्हीं दवाइयों का सेवन समय पर करें।

लौंग के इस्तेमाल से आपको दांतों के दर्द से तुरंत राहत मिल सकती है। लौंग का उपयोग गर्म मसाले के रूप में किया जाता है। दांतों का दर्द होने पर आप लौंग की कली को दर्द वाले दांतों के बीच में दबा लें। इसे चूसते रहें। इससे दांतों का दर्द और झनझनाहट दोनों दूर हो जाएगी।

सोने जाने से पहले कुछ चीज़ों की आदत डालें। सोने से पहले अपने मन को परेशान करने वाले विचारों से मुक्त करने की कोशिश करें और आरामदायक तथा मनोरंजक गतिविधि में संलग्न हों  जैसे कि पढ़ना, संगीत सुनना या एक मनोरंजक फ़िल्म देखना।

नींद से संबंधित विकार – स्लीप एपनिया आपको रात में समय-समय पर सांस website लेने से रोकता है, जिसके कारण आप सो नहीं पाते। रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम आपके पैरों में अजीब सी सनसनी पैदा करता है और न चाहते हुए भी आपको आपको अपने पैर बार-बार हिलाने के लिए विवश होना पड़ता है। ऐसी स्थिति में आप सो नहीं पाते हैं।

अनिद्रा (नींद न आना) से अवसाद विकसित हो सकता है, अवसाद भी आपको अनिद्रा के विकास की संभावना बना सकता है। अवसाद के लक्षण अनिद्रा का कारण बन सकते हैं। उपचार में जीवनशैली में बदलाव, चिकित्सा और दवा शामिल हो सकते हैं।

मुहाँसे के लक्षण ! कील-मुहांसे की पहचान कैसे करें

नींद की अस्वास्थ्यकर आदतें- सोने से ठीक पहले खाना, बहुत अधिक टीवी देखना, काम के दौरान अपने बिस्तर का उपयोग करना, असहज नींद का माहौल, बिस्तर से पहले शारीरिक गतिविधियों को उत्तेजित करना, असमान नींद और अनियमित नींद कार्यक्रम जैसी नींद की आदतें अनिद्रा का कारण बन सकती हैं।

आपके डॉक्टर पूर्ण चिकित्सा इतिहास के साथ अनिद्रा का मूल्यांकन शुरू कर देंगे। चिकित्सकीय मूल्यांकन के साथ, एक पूर्ण चिकित्सा इतिहास और शारीरिक परीक्षण, अनिद्रा के मूल्यांकन और उपचार के महत्वपूर्ण पहलू हैं।

सन २०१८ में, प्रचलित स्वास्थ्य संबंधी रिसर्च करने वाले “न्यूट्रिएंट्स” में छपे एक लेख के अनुसार, शरीर में विटामिन डी की कमी भी अनिद्रा का कारण हो सकती है। अतः दिन में दस से पंद्रह मिनट प्रतिदिन धूप अवश्य लें।

इसके अलावा सोने से पहले शांत करने वाली चीजों के साथ समय बिताएं. जैसे पढ़ना, जर्नलिंग या मेडिटेशन

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है.

लाइफस्टाइल वास्तु के अनुसार सूर्यास्त के बाद भूलकर भी ना करें ये…

Report this wiki page